Originally posted 2017-11-22 23:59:03.
केन्द्रक और केन्द्रिका
यह दोहरी झिल्ली से ढका हुआ कोशिकांग है। (क्या आप दोहरी झिल्ली से ढका हुआ कोशिकांगो का नाम बता सकते है? नीचे कमेंट में उतर दे)
इसमें कोशिका की अनुवांशिक सूचनाएं
केन्द्रक को रॉबर्ट ब्राउन ने आर्किड के जड़ो की कोशिकाओं में देखा और उनको Nucleus (न्यूक्लियस) नाम दिया। केन्द्रक के अध्ययन को Karyology कहा जाता है। फ्लेमिंग ने क्रोमैटिन नाम दिया। केन्द्रक और कोशिका द्रव्य की मात्रा के बीच एक विशिष्ट अनुपात होता है जिसे न्यूक्लियोप्लाज्मिक इंडेक्स (NP) या केरियोप्लाज्मिक इंडेक्स (karyoplasmic index) कहा जाता है जिसे हर्टविग समीकरण के रूप में निम्न प्रकार व्यक्त किया जा सकता है – NP = Vn/ Vc– Vn जहां NP = न्यूक्लियोप्लाज्मिक इंडेक्स Vn = केन्द्रक का आयतन Vc = कोशिक द्रव्य का आयतन आमतौर पर कोशिकाओं में एक केन्द्रक होता है जिसे एककेन्द्रकी कोशिकाओं कहा जाता है। लेकिन पैरामीसियम कोडेटम द्विकेन्द्रकी होता है जबकि पैरामीसियम ऑरिलिया तीन केन्द्रक होते है कई केन्द्रक वाली कोशिकाओं को बहुकेन्द्रकी कोशिका कहते है उदाहरण म्यूकोर, Rancheria (शैवाल) तथा पशु और मानव की रेखित पेशी कोशिकाओं में जिसे सिंकटीयियम (Syncytium) कहते हैं। केन्द्रक RBC, एंजियोस्पर्म की चालनी नलिका (सिव ट्यूब) में अनुपस्थित होता है। यह आमतौर पर गोल होता है लेकिन यह
RNA =5% यह 70-80Å मोटी होती है। केन्द्रक की बाहरी और भीतरी झिल्ली के बीच के खाली स्थान को परिकेन्द्रकीय अवकाश (पेरिन्यूक्लियर स्पेस, perinuclear space) कहा जाता है। केन्द्रक झिल्ली में कई छिद्र होते हैं। न्यूक्लियोपोरिन द्वारा 9 nm आकार वाले केन्द्रक छिद्र का गठन किया जाता है । Ran प्रोटीन केन्द्रक छिद्र का आकार बढ़ा देती है। इस छिद्र का व्यास 300- 1000Å होता है केन्द्रक छिद्र की संरचना अष्ट कोणीय होती है केन्द्रक छिद्र में इलेक्ट्रॉन सघन वलय पाया जाता है जिसे एनूल्स कहते है। एनूल्स केन्द्रक छिद्र के साथ मिलकर रंध्र-जटिल बनती है। Labels: – 1.)Nuclear Envelope 2.)Outer Ring 3.)Spokes 4.)Basket 5.)Filaments Porecomplex – Annulus + Nuclearpore भीतरी झिल्ली में एक रेशेदार प्रोटीन जाल होता है जिसे फाइबर लेमिना कहा जाता है जो परिधीय हेटोरोक्रोमेटिन के साथ जुड़ा होता है। लेमिना मधुमक्खी के छाते की तरह दिखती है। केन्द्रक लेमिना प्रोटीन लॅमिन्स (Lamins) से बना है। केन्द्रक लेमिना क्रोमेटिन के संलग्न के लिए स्थल प्रदान करता हैं। इसे केन्द्रक सीप या कैरोलिम्फ या कार्योप्लाज्म के रूप में भी जाना जाता है। यह समरूप, अर्ध-तरल, कणिकीय कोलाइडी और स्पष्ट जेली- सद्रश्य होती है। यह प्रकृति में acidophilic होती है। इसमें Nucleoplasm, डीएनए पोलीमरेज़, आरएनए पोलीमरेज़, inducer, आरएनए आदि पाये जाते हैं। यह केन्द्रक में पाया जाता है जो एक तंतुमय जटिल संरचना है। इसका नाम क्रोमेटिन रखा गया है क्योंकि एसिटोकरमिन, हेमेटॉजायलिन जैसे कुछ अभिरंजको द्वारा अभिरंजित होने की उसकी क्षमता के कारण इसको क्रोमेटिन नाम दिया गया है। ये दो प्रकार के होते हैं – यह आनुवंशिक रूप से सक्रिय होता है यह अभिरंजित करने पर हल्का अभिरंजित होता है इसमें हिस्टोन (Histon) प्रोटीन कम मात्रा में होता है,जिससे ये कम संघनित होता है। यह केन्द्रिका के निम्न भाग होते हैं – न्यूक्लियोनेमा नामक तंतुओ से बना केन्द्रिका का केंद्रीय भाग होता है। न्यूक्लियोनेमा मुख्य रूप से डीएनए और प्रोटीन से बना है। यह कणिकाओ (आर-आरएनए + प्रोटीन) से मिलकर बना केन्द्रिका का परिधीय भाग है जो परिपक्व राइबोसोम का प्रतिनिधित्व करता है। यह प्रोटीन युक्त मैट्रिक्स आधात्री होता है जिसमें तंतु और कण दोनों होते हैं। राइबोसोमल प्रोटीन का संश्लेषण केन्द्रिका में होता है यह
इस में 85%
Keyword – केन्द्रक और केन्द्रिका न्यूक्लियोप्लाज्मिक इंडेक्स (Nucleoplasmic Index): –
संख्या (Numbers of Nucleus in Cell): –
केन्द्रक का आकार (Shape of Nucleus): –
केन्द्रक का रासायनिक संगठन (Chemical Composition of Nucleus): –
केन्द्रक छिद्र (Nuclear Pore):-
केन्द्रक लेमिना (Nuclear Lamina):-
न्यूक्लियोप्लाज्म (Nucleoplasm): –
क्रोमेटिन (Chromatin): –
युक्रोमेटिन (Euchromatin)
रेशेदार भाग (Fibrous Part): –
दानेदार भाग/ कणिकीय भाग (Granular Part): –
मैट्रिक्स या पार्स एमोर्फा (Amorphous Matrix): –
क्रोमैटिन भाग (Chromatin Part): –
केन्द्रिका का रासायनिक संघटन (Chemical Composition of Nucleolus): –