Originally posted 2017-11-11 12:40:46.
Hello Biology Lovers, आज के हमारे ब्लॉग का शीर्षक है- कोशिका (Cell) का सामान्य परिचय संरचना तथा प्रकार
Cytology (कोशिका विज्ञान)
जीव विज्ञान की इस शाखा में कोशिकाओ की संरचना और कार्य का अध्ययन किया जाता है । यह शब्द हर्टविग द्वारा दिया गया था ।
Cells की खोज रॉबर्ट हुक द्वारा की गई तथा उन्होंने कॉर्क में मृत कोशिका को देखा। इसलिए रॉबर्ट हूक(Robert Hooke) को साइटोलोजी का
कोशिका सिद्धांत (Cell Theory) –
माल्थियस शेलेडेन(Malthias Sheleiden) और थिओडोर श्वान (Theodor Schwann) द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके अनुसार कोशिका जीवन की कार्यात्मक, संरचनात्मक और वंशागत इकाई है।
रूडोल्फ विर्चो ने कहा कि ओमनिस सेल्यूला ई-सेलुला जिसका मतलब है कि पहले से मौजूद कोशिकाओं से नए कोशिकाएं बनती हैं।
कोशिका सिद्धांत है –
(ए) सभी जीवित जीव कोशिकाओं और कोशिकाओं के उत्पाद से बना है।
(बी) सभी कोशिकाएं पूर्व-मौजूदा कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं।
कोशिका सिद्धांत के अपवाद (Exception of cell theory): –
(VI) बहूकेन्द्रकी जीव (Multi Nucleate Organism) : – जन्तुओं में Syncytium, पौधों में कोनोसाइट, अवपंक कवक में (slime moulds) प्लाइमोडियम ।
(VII) बी और टी
कोशिकाओ का आकार (Cell Size):-
माइकोप्लाज्मा: – सबसे छोटी कोशिका , लंबाई में 0.3 माइक्रोमीटर
बैक्टीरिया: – लंबाई में 3-5 माइक्रोमीटर
मानव आरबीसी: – 7 माइक्रोमीटर
तंत्रिका कोशिका: – सबसे लंबी कोशिका ,लंबाई में 90cm
Boemeria nivea: – सबसे लंबी पादप कोशिका
एसेटाबुलेरिया: – सबसे लंबा एककोशिकीय पादप
शुतुरमुर्ग अंडा- सबसे बड़ी एकल कोशिका
कोशिकाओ की आकृति(Cell Shape): –
कोशिकाएं डिस्क जैसी, बहुभुज, स्तंभ, घनाभ, धागे समान या अनियमित होती हैं।
कोशिका का प्रकार(Type of cell): –
प्रोकैरियोक्टिक कोशिका(Prokaryotic cell):
- Pro–>प्रारम्भिक(Primitive), Karyon–> नाभिक(nucleus)
- बैक्टीरिया, नील हरित शैवाल, माइकोप्लास्मा(झिल्ली आबंध कोशिकाग का अभाव होता हैं।
- कोशिकाओ में सबसे बाहर कोशिकाभित्ति पेप्टीडोग्लाइकेन की बनी होती हैं।
- बैक्टीरिया ग्राम +VE और ग्राम –VE प्रकार के होते है।
- प्लाज्मा झिल्ली के अन्तर्वलन से मिसोसोम (MESOSOME) का निर्माण होता है। जिस पर श्वसन के लिए एन्जाइम होते हैं।
- जिनोमिक DNA के अतिरिक्त एकल वृताकार DNA को प्लाज्मिड(PLASMID) कहते है।
- बैक्टीरिया की कोशिकाएं गतिशील या अगतिशील होती है।
- फ्लैजिलम (FLAGELLUM) – तीन भागों होते हैं –
- फिलामेंट(तंतु) हुक(अंकुश ), और आधारी शरीर ·
- पिली(PILI), फ़िम्ब्री(FIMBRIAE) – गतिशीलता में एक भूमिका नहीं निभाती हैं। लेकिन चिपकने में मदद करती हैं।
- राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण में सहायता करते हैं।
- RNA+राइबोसोम –>पॉलीराइबोसोम POLYSOMES
- अंतर्विष्ट पिंड(INCLUSION BODIES): फॉस्फेट ग्रैन्यूल, साइनोफाइसिन, ग्लाइकोजन ग्रैन्यूल, गैस रसधानी।
यूकेरियोटिक कोशिका(Eukaryotic Cell):-
- Eu- विकसित, Karyon- केन्द्रक।
- यूकेरियोटिककोशिका में विकसित केन्द्रक पाया जाता हैं।
- इनमें एक या एक से अधिक केन्द्रक होते हैं।
- इनका आनुवंशिक पदार्थ गुणसूत्र में व्यवस्थित होता हैं।
- यूकेरियोटिक कोशिका में झिल्ली आबंध कोशिकांग होते हैं।
- सभी पौधे, जानवर, कवक, प्रोटीस्ट में यूकेरियोटिक कोशिकाएं होती हैं।
- पादप और जन्तु कोशिकाओं में भी अन्तर होता हैं।