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कोलाइडियल प्रकृति (Colloidal Nature)
Enzymes हाइड्रोफिलिक यानि जल-स्नेही कोलोइड्स होते हैं। इनकी कोलाइडियल प्रकृति के कारण होलोएंजाइम से सहएंजाइम को डायलिसिस द्वारा अलग कर सकते हैं।
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अभिकारक विशिष्टता (Substrate Specificity)
सामान्यतया एक एंजाइम केवल एक अभिक्रिया को उत्प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए, DNA polymerase केवल पर ही कार्य करता है।
- बंध विशिष्टता (Bond Specificity)
कुछ एंजाइम किसी विशेष प्रकार के रासायनिक बंध पर ही कार्य करते है। जैसे Ribonuclease enzyme केवल oxidase केवल L-amino acid पर काम करते है। D-amino acids पर नहीं।
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उत्प्रेरक गुण (Catalytic Properties)
एंजाइम(Enzyme) का आकर बड़ा होने के कारण किसी भी रासायनिक परिवर्तन के लिए थोड़ी सी मात्रा में आवश्यक होते है। वे उत्प्रेरण की शुरुआत नहीं करते हैं, लेकिन सक्रियण ऊर्जा (Activation Energy) को कम करके उत्प्रेरण की दर (Catalytic Rate) में तेजी लाते हैं। तथा अभिक्रिया के अंत में अपरिवर्तित रहते हैं।
एंजाइमों का वर्गीकरण (Classifications of Enzymes)
IUB (International Union of Biochemistry) के द्वारा एंजाइमों को छः वर्गों में विभाजित किया गया हैं –
ओक्सीडोरीडक्टेजेज (Oxidoreductases)
ये एंजाइम ऑक्सीकरण-अपचयन (Oxidation – Reduction) अभिक्रियाओं में भाग लेते हैं। ये हाइड्राइड आयन या हाइड्रोजन अणु का स्थानांतरण करते है।
Аअपचयन + Вऑक्सीकरण → Аऑक्सीकरण + Вअपचयन
उदाहरण- ओक्सीडेज (Oxidases), डीहाइड्रोजिनेज (Dehydrogenases), ओक्सीजिनेज (Oxygenases), परओक्सीडेज (Peroxidases)
ट्रांसफेरेजेज (Transferases)
ये एंजाइम अभिकारकों (Substrates) के मध्य हाइड्रोजन के अलावा फॉस्फेट, मिथाइल, एल्कोहोल, कीटोन, थायोल, एमिनो जैसे क्रियात्मक समूहों को स्थानांतरित करते है।
А-В+С→А+В-С
उदाहरण- मिथाइलट्रांसफेरेजेज (Methyltransferases), एमिनोट्रांसफेरेजेज (Aminotransferases), काइनेज (Kinases), फोस्फोराइलेज (Phosphorylases)
हाइड्रोलेजेज (Hydrolases)
ये एंजाइम अभिकारकों (Substrates) में H2O अणु को जोड़ने या निकलने का काम करते हैं। जैसे एमिलेज, कार्बोहाइड्रेज, न्यूक्लीऐज, जल के अणु को जोड़कर अभिकारक (Substrates) का अपघटन करते है। जबकि फ्युमरेज, इनोलेज, संघनन अभिक्रिया द्वारा अभिकारक (Substrate) को जोड़ते है। जिसमें जल के अणु का निष्कासन होता है।
А-В+ Н2О→ А-Н+ В-ОН
उदाहरण- फोस्फेटेज (Phosphatases), फोस्फोडाइएस्टरेज (Phosphodiesterases), प्रोटीऐज (Proteases)
लाइसेजेज (Lyases)
ये अभिकारकों (Substrates) में बिना जल-अपघटन किये ही उनको तोड़ने का कार्य करते है।
А(ХН)-В → А-Х + В-Н
डीकार्बोक्सीलेज (Decarboxylases), एल्डोलेज (Aldolases), सिन्थेजेज (Synthases)
आइसोमेरेजेज (Isomerases)
ये एंजाइम अभिकारकों (Substrates) को उनके समावयवी में बदलने का काम करते है।
उदाहरण- रेसिमेजेज (Racemases), म्युटेजेज (Mutases)
लाइगेजेज (ligases)
ये एंजाइम अभिकारकों (Substrates) के मध्य सहसयोंजक बंध बनाकर अभिकारकों (Substrate) को जोड़ने का काम करते है।
A+B+ATP → A-B+ADP+Pi
उदाहरण- पाइरुवेट कार्बोक्सीलेज (Pyruvate carboxylase), सिट्रेट सिन्थेटेज (Citrate synthatase)
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